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कानपुर के स्मार्ट चौराहा , मतलब ? अपने आप चलने वाला चौराहा


कानपुर नगर। कानपुर के अपने आप चलने वाला चौराहा , जहाँ पुलिसकर्मियों के खड़े होने या न होने से कोई फर्क न पड़े जैसे कैमरा आधारित ई - चालान की व्यवस्था यातायात पुलिस की प्रवर्तन क्षमता ( Enforcement Capacity ) बढ़ा रही है।


 वैसे वैसे चौराहों हों पर पुलिसकर्मी की उपस्थिति के महत्त्व कम करने का प्रयास किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा चौराहों पर अनुशासन बढायाः सके . से पहले , इस प्रकार प्रचार किया जाएगा कि कानपुरवासी अपने व्यवहार को स्मार्ट बनाते हुए ट्रैफिक सिग्नल के अनुसार चलना सीखें।



 प्रथम चरण चौराहे चिन्हित किए गए हैं जिन्हें कानपुरवासी स्मार्ट बनाएँगे . इन पर आ रही सड़कों पर यह बोर्ड लगाए जा रहे हैं जिससे अपेक्षा की जाती है कि स्व - अनुशासित होने के लिए प्रेरित होंगे . A EA कानपुर के आगे हैं स्मार्ट चौराहा कौन स्मार्ट बनाएगा



 स्मार्ट मतलब , स्मार्ट नागरिक बत्ती हर उल्लंघन पर चालान पर चलें म चरण में निम्न चौराहों - तिराहों पर यह कार्रवाई शुरू की जा रही है : 

1. लाल इमली 2. बड़ा चौराहा 3. ईदगाह 4. फजलगंज 5. परेड इसके बाद द्वितीय चरण में निम्न चौराहे शामिल होंगे , और इस प्रकार सुधार प्रोग्राम को आगे बढ़ाया जाएगा : 1 . श्यामनगर 4. गुमटी नं : 2. टाट - मिल 5. कोकाकोला 3. अफीम कोठी नागरिकों में अनुशासन विकसित करने के लिए ज़रूरी है , प्रचार और प्रवर्तन . इस योजना से कानपुर वासियों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे अपने स्मार्ट व्यवहार से चौराहों को स्मार्ट बनाएं जिससे कम से कम पुलिसकर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ेगा . इस तरह जो पुलिसकर्मी बचेंगे उन्हें अन्य चौराहों पर लगाया जाएगा ताकि अनुशासन का दायरा बढ़ता जाए ।

मीडिया से अनुरोधः स्मार्ट चौराहे की योजना अर्थात नागरिकों में स्व - अनुशासन व दंड के भय की संयुक्त कार्रवाई से यातायात की स्थिति को बेहतर करने वाले सांस्कृतिक परिवर्तन को लाना है . 

यह भी ज़रूरी है कि इससे हर नागरिक जुड़े . वे महसूस करें कि उनके योगदान से ही शहर में सुखद परिवर्तन हो रहा है , तभी यह कार्य संभव होगा . अत , आपसे अनुरोध है कि इस अभियान के मनोविज्ञान को समझते हुए नागरिकों को प्रोत्साहित करें . मुझे विश्वास है कि इस कार्य को आप संभव बनाएंगे .

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