Hot Posts

6/recent/ticker-posts

एसबीआई ने जिलाधिकारी को सौंपा एंबुलेंस


                                                                          कानपुर नगर।भारत के सबसे बड़े और अग्रणी बैंक के रूप में ख्यातिप्राप्त भारतीय स्टेट बैंक जहाँ अपने नवोन्मेषी बैंकिंग उत्पादों व सेवाओं के माध्यम से देशवासियों की वित्तीय जरूरतें पूरी करता है, वहीं सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाता है। 

 बुधवार को एसबीआई के उप महाप्रबंधक दिव्यांशु रंजन ने प्रशासनिक कार्यालय में सीएसआर के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में आर के गुप्ता, एडिशनल सीएमओ कानपुर की विशिष्ट उपस्थिति में जिलाधिकारी,  आलोक तिवारी को एंबुलेंस की प्रतीकात्मक चाभी सौंपी। 

 एंबुलेंस भारतीय स्टेट बैंक की सीएसआर निधि के तहत स्थानीय प्रधान कार्यालय लखनऊ से प्राप्त हुआ है। एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 108 नंबर पर किया जाना प्रस्तावित है जिससे आम जनता के कल्याणार्थ इसका उपयोग हो सके। 

इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए जिलाधिकारी, आलोक तिवारी ने एसबीआई का धन्यवाद करते हुए कहा कि ‘द बैंक टू एवरी इंडियन’ के रूप में प्रसिद्ध स्टेट बैंक सामाजिक कार्यों में जिला प्रशासन की सदैव सहायता करता रहा है, विशेषकर कोरोना के संक्रमण काल में स्टेट बैंक ने मुक्त हृदय से अपने सामाजिक कर्तव्यों का निर्वाह किया है। इसके लिए जिला प्रशासन एसबीआई का आभारी है। 


एसबीआई के उप महाप्रबंधक दिव्यांशु रंजन ने कहा कि बैंक ने कोरोना काल की लॉकडाउन अवधि में ग्राहकों को अबाधित सेवा प्रदान करने के साथ ही समाज के निर्धन और वंचित तबके के लिए खाद्य सामग्री, स्वच्छता किट आदि का वितरण किया है। कंटेनमेंट जोन में धन-निकासी के लिए मोबाइल एटीएम सुविधा भी शुरू की गई। इसके अलावा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को पीपीई किट और 2 वेंटीलेंटर भी प्रदान किए गए। इसी कड़ी में आज हमने एडिशनल सीएमओ साहब की उपस्थिति में जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से जिला स्वास्थ्य कमिटी को एक एंबुलेंस भेंट की है। आगे भी हम अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का बखूबी निर्वहन करते रहेंगे। 


उक्त कार्यक्रम में क्षेत्रीय प्रबंधकगण विश्वनाथ मिश्र, श्री संतोष कुमार, श्री राजीव लोचन सहित मुख्य शाखा के सहायक महाप्रबंधक, विनय कुमार शाक्य और बैंक के वरिष्ठ पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री दिवाकर मणि, मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) ने किया। 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ