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आर्युवेद व यूनानी पद्धति को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता- डॉ संजय काला


कानपुर नगर। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा0 संजय काला के कार्यालय में एक आर्युवेद पद्धति को लेकर एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई। जिसके मुख्य अतिथि मेडिकल कालेज प्रधानाचार्य डा0 संजय काला, बालरोग विभागाध्यक्ष डा0 यशवंत राव, डा0 चेनिता काला व डा0 रिचा गिरी रही। प्राचार्य डा0 संजय काला ने कहा कि आर्युवैदिक, यूनानी व होम्योपैथिक पद्धति को एलोपैथिक के साथ ही आगे बढाना होगा।

आर्युवेदिक पद्धति को लेकर प्राचार्य डा0 संजय काला ने कहा कि एलोपैथिक के साथ आर्युवैदिक, यूनानी व होम्योपैथिक को भी महत्व देकर उसे आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने बताया कि आर्युवैदाचार्य पदमश्री  डा0 बालेन्दु प्रकाश द्वारा आर्युवैदिक पद्धति से मरीजो को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाया जा सकता है जिस पर हम सभी इन उपचारो को भी अमल में लाएंगे।



बालरोग विभाागध्यक्ष डा0 यशवनत राव ने कहा कि आम तौर पर बच्चो को छींक आना और नाक बहना बना रहता है, जिससे हम सरीर कोठा कहते है। इसके अलावा दिन भर नाक में खुजली होना और दर्द जैसी समस्याओ से मरीज ग्रसित हो जाता है। जिसके लिए हम बच्चे हो या बडे उन सभी की नाक की जांच इण्डोस्कोपी द्वारा करवाते है उसके बाद जरूरी ब्लड जांच करवा कर उसका इलाज एलोपैथिक व आर्युवेदिक पद्धति से कर उसके जल्द फायदो को आंकलन करेंगे ताकि आयुवैदिक पद्धति को आगे बढ़ाया जा सके। तो वही डा0 चेनिता ने बताया कि एलर्जी जैसे होने पर हम उसकी सीबीसी व आईजीई की जांच करवाते है और दो हफ्ते बाद उसका परिणाम देखते है और फिर उसकी जांच दोबारा करवा कर देखते है इसके साथ एलएफटी और केएफटी की भी जांच करवाते है ताकि सभी परिणाम बीमारी का मिल सके और समय पर उचित इलाज दिया जा सके।

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