जमीन के लालच में बड़े भाई ने कराई छोटे भाई की हत्या, पुलिस ने किया ने हत्या का खुलासा।
हत्या के लिए एक लाख रुपए की सुपारी दी थी।
हत्यारा लेना चाहता था मां की पिटाई का बदला।
गला कटने के बाद तमंचे से मार दी थी गोली।
5 दिन के अंदर थाना साढ़ पुलिस और सर्वलांस टीम ने खोला मामला।
वारदात में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार ।
वारदात में प्रयुक्त तमंचा भी पुलिस ने किया बरामद।
कानपुर आउटर - घर का भेदी लंका ढाए कहावत थाना साढ़ में हुई हत्या की जघन्य वारदात में हो गई। घटना में जमीन के लालच में बड़े भाई ने ना केवल छोटे भाई के दुश्मनों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची बल्कि छोटे भाई की हत्या करने के लिए ₹100000 की सुपारी भी दे दी, बीते 25 जून को हुई हत्या के जघन्य वारदात का थाना साढ़ पुलिस और टीम सर्वलांस की मदद से महज 5 दिन के अंदर खुलासा कर दिया पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से वारदात प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया।
आरोपियों ने बताया कि जमीन के मामले को लेकर झगड़ा हुआ था जिससे लालू ने मेरी मां को भी मारा था तभी समय बदला लेना चाह रहा था लालू को रास्ते से हटाने के लिए प्लान बना लिया था इसी बीच लालू के बड़े भाई राजन यादव मिले उन्होंने भी कहा कि मैं भी इसे रास्ते से हटाना चाहता हूं क्योंकि लालू मेरी साली के साथ शादी करके घर में लाना चाहता था जिससे मेरे जमीन का बंटवारा होता जो मुझे पसंद नहीं था इसके बाद सुशील और अरुण दीक्षित कैलाश तीनों ने मिलकर लालू को रास्ते से हटाने की योजना बना ली थी।
बड़े भाई की मुखबरी से छोटे भाई की गई जान
बड़े भाई ने की थी मुखबारी 25 तारीख को रात्रि 9:00 बजे लगभग सुशील अपने साथी कैलाश तिवारी अरुण दीक्षित को लेकर नहर पटरी बंबा पर आया तभी बीच बड़ा भाई राजन बार बार फोन करके कह रहा था कि आज काम कर दो लगभग दसों बार फोन किया करीब 10:00 बजे के लगभग राजन यादव ने मुझे फोन से बताया कि लालू घर से निकल चुका है जैसे ही वह बंबा पुलिया के करीब आया तो हमने उसकी गाड़ी को मुंबई पर रोककर बात की मौका पाकर मेरे साथियों ने तमंचे की बट से उसके सर पर वार कर दिया सुशील ने अंगूठे से और कैलाश तिवारी लस्सी से गले में फंदा लगाकर पटक दिए हम आते रहे तमंचे की बट से मारने के बाद सुशील ने उसके मुंह में तमंचे से फायर कर दिया जिससे वह मर गया।
हत्या करने के बाद आरोपी भाग गए थे चित्रकूट
हत्या करने के बाद हत्यारों लालू की लाश को वही खेत में फेंक दिया और और दीक्षित ने तमंचे को मुंबई के किनारे कुछ में फेंक दिया और जल्दबाजी में भाई के कागजात वहीं गिर गए थे जो कि हत्यारे हड़बड़ाहट में मोटरसाइकिल से निकल कर बरिपाल से ट्रेन पकड़ कर चित्रकूट निकल गए 28 को वह जब वापस आए तो सर्वलांस की टीम की मदद साढ़ पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया।
वहीं एसपी आउटर तेज स्वरूप ने बताया कि अहम भूमिका के तौर पर सर्विलांस प्रभारी पंकज सिंह और थाना साढ़ प्रभारी मंसूर अहमद और पुलिस टीम ने 5 दिन के अंदर हत्या का खुलासा कर दिया।
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