जालौन। सम्पूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निस्तारण करे। इनके निस्तारण की गुणवत्ता की जांच मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार की जा रही है। अगर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नहीं हुआ तो सम्बंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कार्यवाही न हो इस लिए निस्तारण गुणवत्तापूर्ण करे यह बात एडीएम ने तहसील सभागार में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों को दिए।
तहसील सभागार में आयोजित समाधान दिवस में अपर जिलाधिकारी पूनम निगम व उपजिलाधिकारी मीनू राणा ने शिकायतों को सुनने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह शिकायत को मौके पर जाकर तथा शिकायतकर्ता को जानकारी देकर इनका निस्तारण 5 दिन में करा दे जिससे बार बार आने वाली शिकायतों पर रोक लग सके।समाधान दिवस में सिहारी दाऊदपुर निवासी मंजू पत्नी मनोज ने बरसात के कारण मकान गिरने की शिकायत कर मदद की मांग की थी जिस पर एडीएम ने दम्पति को तिरपाल मंगवा की दी तथा लेखपाल को मौके पर नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। समाधान दिवस में 32 शिकायतें पंजीकृत हुई जिनमें सर्वाधिक पुलिस विभाग 15, राजस्व 7, नगर पालिका 2, विकास विभाग 3, बिजली 2, तथा डूडा, मंडी व नलकूप की 1-1 शिकायत पंजीकृत हुई। समाधान दिवस में राजस्व की 3 तथा नलकूप की 1 शिकायत का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। इस मौके पर प्रशिक्षु पीसीएस अजीत प्रताप सिंह, तहसीलदार कुमार भूपेन्द्र, ईओ डीडी सिंह, जेई जलसंस्थान आलोक श्रीवास्तव, एसडीओ कौशलेंद्र सिंह, मंडी सचिव ओमप्रकाश शुक्ला, इंस्पेक्टर महेश कुमार, चन्दन यादव, चन्द्रशेखर निषाद, आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ